HDFC Defence Fund पिछले साल लॉन्च की गई ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है, जिसने एकमुश्त और SIP निवेश पर जबरदस्त रिटर्न दिए हैं. क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए?
Best Mutual Fund Scheme : एचडीएफसी डिफेंस फंड (HDFC Defence Fund) एक ओपन एंडेड इक्विटी म्यूचुअल फंड है, जिसके डायरेक्ट प्लान ने पिछले एक साल में 84.11% रिटर्न दिया है. एचडीएफसी म्यूचुअल फंड (HDFC Mutual Fund) द्वारा पिछले साल लॉन्च की गई इस स्कीम में एसआईपी के जरिये निवेश करने वालों को भी अच्छा-खासा मुनाफा हुआ है. इस म्यूचुअल फंड की सफलता की वजह और इसके पोर्टफोलियो का विश्लेषण आगे करेंगे, लेकिन पहले नजर डालते हैं HDFC डिफेंस फंड की खास बातों पर.
HDFC डिफेंस फंड की बड़ी बातें
- स्कीम का नाम : HDFC Defence Fund
- कब शुरू हुई स्कीम : 2 जून 2023
- बेंचमार्क : Nifty India Defence Total Return Index
- रिस्क का लेवल : बहुत अधिक (Very High)
- लॉक इन पीरियड : कोई लॉक इन नहीं
- मिनिमम SIP : 100 रुपये
- एक्सपेंस रेशियो (डायरेक्ट प्लान) : 0.71%
- एक्सपेंस रेशियो (रेगुलर प्लान): 1.90%
- 17 सितंबर 2024 को एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 3,994.72 करोड़ रुपये
फंड मैनेजर : अभिषेक पोद्दार (कुल 17 साल का अनुभव, जिसमें से 13 साल इक्विटी रिसर्च और 1 साल इनवेस्टमेंट बैंकिंग के क्षेत्र में काम किया है. फंड मैनेजर के तौर पर यह उनकी पहली जिम्मेदारी है
HDFC डिफेंस फंड का पिछला रिटर्न
पिछले 1 साल का रिटर्न (डायरेक्ट प्लान) : 84.11%
पिछले 1 साल का रिटर्न (रेगुलर प्लान) : 81.86%
पिछले 1 साल का एन्युलाइज्ड SIP रिटर्न (डायरेक्ट प्लान): 69.37%
पिछले 1 साल का एन्युलाइज्ड SIP रिटर्न (रेगुलर प्लान): 67.24%
इस निवेश पर रिटर्न का कैलकुलेशन
HDFC डिफेंस फंड के डायरेक्ट प्लान में अगर किसी ने एक साल पहले एकमुश्त 1 लाख रुपये लगाने के साथ ही सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये हर महीने 5000 रुपये निवेश किए होंगे, तो उसकी मौजूदा फंड वैल्यू करीब 2.65 लाख रुपये हो गई होगी. इसका पूरा कैलकुलेशन आप यहां चेक कर सकते हैं :
HDFC डिफेंस फंड के रिटर्न
- 1 साल पहले एकमुश्त निवेश : 1 लाख रुपये
- 1 साल तक मंथली SIP : 5000 रुपये
- 1 साल के दौरान कुल निवेश : 1.60 लाख रुपये
- 1 साल बाद फंड की कुल वैल्यू : 2,65,663 रुपये (2.65 लाख रुपये)
- 1 साल में एकमुश्त + SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 81.64%
फंड की कामयाबी का राज?
किसी भी इक्विटी फंड की तरह HDFC डिफेंस फंड की सफलता भी उसके सही स्टॉक्स में निवेश करने पर टिकी है. यह फंड पिछले 1 साल में बेहतर रिटर्न इसलिए जेनरेट कर पाया है, क्योंकि इसका एसेट एलोकेशन काफी अग्रेसिव है और इसके पोर्टफोलियो में बेहतर रिटर्न देने वाले स्टॉक्स मौजूद हैं. एक नजर डालते हैं इस स्कीम के एसेट एलोकेशन और टॉप स्टॉक होल्डिंग्स पर:
HDFC डिफेंस फंड का एसेट एलोकेशन
इक्विटी : 94.99%
कैश और कैश जैसे निवेश : 5.01%
इक्विटी होल्डिंग का ब्रेक-अप
लार्ज कैप में निवेश : 54.77%
मिड कैप में निवेश : 8.40%
स्मॉल कैप में निवेश : 37.26%
स्कीम की शेयर होल्डिंग्स का एवरेज मार्केट कैप : 45,014 करोड़ रुपये
HDFC डिफेंस फंड की टॉप होल्डिंग्स (5% से ज्यादा)
- Bharat Electronics : 19.03%
- Hindustan Aero : 17.28%
- Cyient DLM Ltd : 8.09%
- Solar Industries India Ltd : 7.78%
- Astra Microwave : 7.13 %
- BEML : 6.84 %
- Premier Explosives : 5.68 %
- कुल स्टॉक्स : 20
क्या आपको HDFC डिफेंस फंड में करना चाहिए निवेश
HDFC डिफेंस फंड मुख्य तौर पर डिफेंस सेक्टर और उससे संबंधित सेवाओं से जुड़ी कंपनियों के शेयर्स में निवेश करता है. इनमें सरकारी और निजी क्षेत्र, दोनों की कंपनियां शामिल हैं. भारत सरकार के मेक इन इंडिया पर जोर देने की वजह से पिछले एक साल में इस सेक्टर की कंपनियों को काफी लाभ हुआ है. स्कीम के पोर्टफोलियो में मार्केट कैप के लिहाज से हर सेगमेंट के स्टॉक्स शामिल हैं. 30 अगस्त को जारी आंकड़ों के मुताबिक 2 अप्रैल 2018 को लॉन्च Nifty India Defence Total Returns Index का शुरुआत से अब तक का औसत सालाना कुल रिटर्न 37.15% रहा है. इस इंडेक्स का पिछले एक साल का कुल रिटर्न 116.91% और 5 साल का कुल रिटर्न 60.46% रहा है. इससे पता चलता है कि डिफेंस सेक्टर में किए गए निवेश में बेहतर रिटर्न देने की पूरी गुंजाइश है.
लेकिन किसी भी सेक्टोरल फंड की तरह HDFC डिफेंस फंड में निवेश भी काफी जोखिम भरा है. जिसकी बड़ी वजह डायवर्सिफिकेशन की कमी और स्मॉल कैप में बड़ा एक्सपोजर है. आमतौर पर रिटेल इनवेस्टर्स को सेक्टोरल फंड्स की बजाय ज्यादा डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाने के लिए फ्लेक्सी कैप या मल्टी कैप फंड्स में निवेश करने की सलाह दी जाती है. फिर भी अगर कोई भारत के डिफेंस सेक्टर की संभावनाओं का लाभ लेने के लिए इस फंड में निवेश करना चाहता है, तो उसे लंबी अवधि के लिए इनवेस्टमेंट करने की तैयारी रखनी चाहिए. साथ ही इसे अपने कुल पोर्टफोलियो में एक छोटा हिस्सा ही देना चाहिए. निवेश से पहले अपनी रिस्क लेने की क्षमता को समझना भी जरूरी है.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सिफारिश करना नहीं. म्यूचुअल फंड्स के पिछले रिटर्न को भविष्य में वैसे ही प्रदर्शन की गारंटी नहीं माना जा सकता. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)